पोषाहार कार्यक्रम को बेहत्तर बनाये जाने के निर्देश

पोषाहार कार्यक्रम को बेहत्तर बनाये जाने के निर्देश

जालोर 4 जुलाई - जिला कलक्टर एल.एन. सोनी की अध्यक्षता एवं जिला प्रमुख डॉ. वन्नेसिंह गोहिल की उपस्थिति में मिड-डे-मील की जिला स्तरीय संचालन समिति एवं जिला स्कूल सलाहकार समिति की बैठक सम्पन्न हुई जिसमें पोषाहार कार्यक्रम को निर्धारित दिशा निर्देशों के अनुरूप बेहत्तर बनाये जाने एवं राजकीय विद्यालयों में गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा देने एवं आदि की समीक्षा करते हुए आवश्यक निर्देश दिये।
जिला कलक्टर एल.एन. सोनी ने कहा राजकीय विद्यालयों में पोषाहार निर्धारित मीनू के तहत बनाया जाना चाहिए वही विशेष रूप से रसोईघर में साफ-सफाई पर ध्यान देने के साथ ही आटा व दाल में किसी प्रकार के किटाणु नही होने चाहिए इस बात की जांच कुक के साथ ही पोषाहार प्रभारी एवं संस्था प्रधान नियमित रूप से करें। उन्होनें कहा कि जिन-जिन राजकीय विद्यालयों में एलपीजी गैस है वहाँ शत-प्रतिशत पोषाहार उसी पर बनना चाहिए तथा जांचकर्त्ता विशेष रूप से इनकी पड़ताल करते हुए निरीक्षण प्रपत्र में इसका अंकन करें। उन्होनें विभिन्न विद्यालयों में किचन शेड के अधूरे कार्यो की समीक्षा के दौरान निर्देशित किया कि शीघ्र ही इनका निर्माण किया जाना सुनिश्चित करें।
उन्होनें मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को निर्देशित किया कि वे इसी माह में अभियान चलाकर शारदे छात्रावास, केजीबी छात्रावास एवं मॉडल स्कूलों में अध्ययनरत छात्राओं का स्वास्थ्य परीक्षण कर उन्हें स्वास्थ्य कार्ड प्रदान करे तथा विद्यालयों में बन रहे पोषाहार के सेम्पल लेकर उनकी जांच करवायें। उन्होने जिला शिक्षा अधिकारी को कहा कि जिले में जहॉ पर भी छात्रा-छात्राओं के अनुपात में शिक्षकों की अधिकता या कमी है वहा पर समानीकरण कार्य को पूर्ण करें तथा विद्यालयों में बालिकाओं के लिए अलग से शौचालय तथा पानी व विधुत कनेक्शन की अनिवार्यता को सुनिश्चित करें।
जिला कलक्टर ने बैठक में उपस्थित शिक्षा अधिकारियों व संस्था प्रधानों को निर्देशित किया कि आदर्श व उत्कृष्ट विद्यालयों में राज्य सरकार के दिशा निर्देशों के अनुरूप राजकीय विद्यालयों में गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा देने की दृष्टि से निर्धारित मापदण्डों की पालना अनिवार्य रूप से की जाये वही माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की परीक्षाओं में रिजल्ट खराब देने वाले सभी सम्बन्धित शिक्षकों के विरूद्व अनुशासनात्मक कार्यवाही की जाकर रिपोर्ट भिजवायें। उन्होनें कहा कि विद्यालयों में कम्प्यूटर एवं इन्टरनेट के द्वारा प्री-रिकार्डेट लेक्चर को डाउनलोड कर विद्यार्थियों को पढाया जाये। उन्होनें कहा कि ब्लांक शिक्षा अधिकारी अपने क्षेत्रा की विद्यालयों के संस्थाप्रधानों को निर्देशित करे कि वे अपने-अपने विद्यालय की ई-मेल आईडी बनाकर उसकी जानकारी भिजवायें ताकि आवश्यकता होने पर ई-मेल के द्वारा आवश्यक सूचनाओं का संम्प्रेषण किया जा सकें।
बैठक में जिला प्रमुख डॉ. वन्नेंसिंह गोहिल ने कहा कि आदर्श एवं उत्कृष्ट विद्यालयों में राज्य सरकार की मंशा के अनुरूप शिक्षा पर विशेष ध्यान दिया जाना चाहिए वही पोषाहार के लिए उपलब्ध करवाई गई राशि से नये बर्तनों की तत्काल खरीद कर उन्हें बालकों के लिए उपलब्ध करवाया जाना चाहिए तथा टूटें हुए बर्तनों का नियमानुसार निस्तारण करें। बैठक में समिति के सदस्य मंगलसिंह सिराणा, माधोसिंह, राजेश कुमार, नारायण लाल भट्ट, धनराज दवे, जिला शिक्षा अधिकारी ललित शंकर आमेटा, आर.के. मीना एवं रमसा के प्रकाश चन्द्र चौधरी ने भी सुझाव दिये। इस अवसर पर अतिरिक्त जिला कलक्टर नरेश बुनकर, सांचौर प्रधान टाबाराम एवं जिला रसद अधिकारी सम्पतराज वडेरा सहित विभिन्न ब्लांक शिक्षा अधिकारी एवं प्रभारी अधिकारी आदि उपस्थित थें।
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