दिशा और शयन कक्ष 

 दिशा और शयन कक्ष 

  शयन क्ष एक सी जगह होती है| जिसमे आकर जातक को शांति ओर सुकून मिलता है |
 
Ø  शयन क्ष की आंतरिक इस तरह रखे की पति पत्नी के सबन्ध मधुर रहे |ध्यान रखे की इस कमरे में कोई वास्तुदोष न हो | वरना आपके आपसी सबन्ध तो खराब होंगे ही, साथ ही स्वास्थ खराब होने का भी भय है |यह आपके आलस को दूर करने के स्थान पर आपकी कार्यक्षमता को कम कर देता है | इसलिए जरूरी है की आपका कमरा वास्तु विज्ञान से बना हो|
 
Ø  दिशा और शयन कक्ष (bedroom & direction)
 
Ø  वास्तुशास्त्र मे हर दिशा का अपना एक स्थान ओर  महत्व होता है |आओ जाने की शयन क्ष  मे दिशाए क्या भूमिका निभाती है|
 
Ø  पूर्ब दिशा(East direction)
 
Ø  पूरब दिशा मे बना हुआ बेडरूम सिर्फ बच्चो के लिए शुभकारी होता है | पूरब दिशा मे किसी दंपति के सोने पर स्वास्थ संबंधी परेशानी अथवा धन की हानि  होती है | अविवाहित के सोने के लिए ये कमरा सही है|
 
Ø  दक्षिण पूरब (South-east)Direction
 
Ø  इस दिशा मे बना हुआ बेडरूम भी स्वास्थ ओर आपसी संबंध को प्रभावित करता है | साथ ही आप अगर किसी कानूनी कार्यवाही मे उलझे हुए हो तो आपको यंहा भी असफलता का मुह देखना पड़ सकता है | वास्तु शास्त्र के अनुसार इस दिशा मे लगे बेड पर सोने से महिला को संतान की प्राप्ति नही होती ओर अगर संतान हो भी गई तो विकलांग  या अस्वथ होगी|
 
Ø  उत्तर दिशा (Nourth Direction)
 
Ø  इस दिशा मे बेडरूम कदापि नहीं  होना चाहिए । अगर है तो बेडरूम में सोने वाले दंपति के आपसी सम्ब्ध खराब होंगे साथ ही ये दिशा इनकी काम ईछा को कम कर देता है| जिस कारण आपसी मन मुटाव बढ़ता है |दंपति को आर्थिक संकट  और  सामाजिक मान हानि को भी झेलना पड़ सकता है|
 
Ø  उतर-पशिम (Nourth-west direction)
 
Ø  ये दिशा वायू दारा शासीत  है ओर आवागमन से संबधित है|.   यह  विवाह योग्ये लड़कियो के बेडरूम के लिए सही है | ये मेहमानो के बेडरूम के लिए भी अच्छा माना जाता है|
 
Ø  ब्रह्म स्थल: (Centre )
 
Ø  घर के बीचोबीच बेडरूम नही होना चाहिए | घर के बीचोबीच को ब्रह्म स्थल कहते है | ये बहुत सारी ऊर्जा को आकषित करता है |जो की आराम ओर नींद के लिए बने बेडरूम के लिए उपयुत नही है|
 
Ø  दक्षिण –पश्चिम (south-west direction)
 
Ø  इस दिशा मे बेडरूम अति उतम है|
 
Ø  बेडरूम की आंतरिक साज-सज्जा
 
Ø  बेडरूम की सबसे खास चीज है पलंग । इंसान जब उस पर लेटता है तो उससे सुकून भरी नींद लेता है और अपनी थकान मिटाता है| । पलंग को सही दिशा मे लगाना चाहिए| वरना आपसी संबंध खराब होते है|
 
Ø  बेड पर कभी भी दो गद्दे न लगाए वरना आपसी दूरी बनती है|
 
Ø  बेड की चादर 1-2 दिन मे बदल दे अथवा हल्के रंग की चादर लगाए|
 
Ø  रूम का रंग हल्का होना चाहिए |जैसे की:सफेद, हल्का हरा, हल्का गुलाबी इत्यादि|
 
Ø  रूम मे कोई भी काँच न हो अगर है तो उस पर पर्दा रखे । |कहने का मतलब है की सोते टाइम शरीर का कोई भी अंग काँच मे न दिखे । वरना  शरीर  के उस हिस्से को परेशानी आएगी|
 
Ø  बेडरूम मे पूजा रूम नही होना चाहिए| अगर जगह की कमी के कारण पूजा घर रखना पड़ता है तो पूजा करते ही उससे ढक दे|
 
Ø  साउथ वेस्ट का बेडरूम स्थिरता ओर महत्वपुर्ण मुद्दो को हिम्मत से हल करने मे सहायता देता है|
 
Ø  सोते टाइम पेर उतर दिशा मे ओर सिर दक्षीण दिशा में  होना चाहिए|
 
Ø  बेडरूम मे एयर-कंडीशनर ,टीवी  ,हीटर को हमेशा साउथ ईस्ट मे रखे|
 
Ø  यदि आप कोई सेफ या तिजोरी बेडरूम,में  रखना चाहते है तो उसे साउथ की दीवार पर रखे ओर मुह उतर  की तरफ रखे| ताकि खुलते समय तिजोरी का मुह उतर दिशा में  हो|
 
Ø  बेडरूम का साउथ-वेस्ट भारी ओर भरा हुआ होना चाहिए|
 
Ø  बेडरूम में  अटेच लेट-बाथ हमेशा पचिम या उतरदिशा मे होना चाहिए|
 
Ø  बेडरूम कभी भी वायव्य कोण मे नही होना चाहिए| क्योकि वायव्य कोण मे बेडरूम होने से दंपति का जीवन संतुलित नही रहता है ओर पति पत्नी भी ज्यादातर घर से  बाहर रहते है|
 
Ø  घर मे मुखिया का बेडरूम साउथ-वेस्ट मे होना चाहिए ओर घर के बड़े बेटे का बेडरूम भी प्रथम  मंजिल पर साउथ-वेस्ट होना चाहिए|
 
Ø  बेडरूम मे लाल रंग का बल्ब नही होना चाहिए| बल्ब का रंग हमेशा हल्का होना चाहिए|
 
Ø  बेडरूम कभी भी साउथ-ईस्ट मे नही होना चाहिए|.  अगर है तो दाम्पत्य  जीवन मे लड़ाई झगड़ा ओर मन-मुटाव आ जाता है|
 
Ø  बेडरूम मे लव बर्ड्स का जोड़ा होना चाहिए|
 
Ø  बेडरूम के साउथ-वेस्ट के कोने मे पति-पत्नी के जोड़े का फोटो होना चाहिए |
 
Ø  बेडरूम मे ऐसा कोई भी ऐसाफोटो या पोस्टर न हो जिससे तनाव बने या गुस्सा आए या नकारात्मक ऊर्जा पैदा हो|
 
Ø  दरवाजे के ठीक सामने बेड न हो |
 
Ø  वास्तुसस्त्र के अनुसार बेडरूम खुला खुला व हवादार होना चाहिए |अंधेरा नही होना चाहिए | उजाले से मन मे शांति बनी रहती है ओर सकारात्मकऊर्जा अंदर आती है|
 
Ø  वास्तुशात्र के अनुसार बेडरूम मे बेड के ऊपर कोई बीम या टांड़ न हो |अगर है तो सिर टांड़ के नीचे न हो | इससे सिर पर बोझ बना रहता है जिससे मन मे अशांति ओर हर वक़्त इंसान चिंताओ मे घिरा रहता है | पति पत्नी के आपसी संबंध खराब होते है|
 
Ø  बेडरूम मे हमेशा ऐसापोस्टर लगाए की कमरे का माहोल  रोमांटिक हो जाए और पति पत्नी के आपसी संबंध मे प्रेम बना रहे|
 
Ø   बेडरूम मे कोई भी फुव्वारा या ,अक्वेरियम नही लगाना चाहिए|
 
Ø  बेडरूम का फर्श सफ़ेद मार्बल युक्त होना चाहिए । |अगर किसी अन्य  रंग का है तो उस पर कालीन हो| । गहेरे रंग  का फर्श न हो उससे नकारात्मक ऊर्जा उतपन होती है|
 
Ø  बेडरूम मे बेड के आस पास कोई नुकीली या तीखी चीज न हो |इससे भी नकारात्मक ऊर्जा उत्पन्न  होती है| जैसे की:नेल कट्टर,चाकू,या फिर किसी सामान का कोना पलंग की तरफ न हो|
 
Ø  बेडरूम मे खिड़कियाँ पूरब या उतर दिशा मे होनी चाहिए |दक्षिण ओर पचिम मे कम होनी चाहिए |क्योकि पचिम से शाम को 4 बजे बाद धूप आती है| जिससे नकारात्मक ऊर्जा अंदर आती है| जो की हानिकारक होती है| । शाम के समय उस पर  पर्दा रखे । |
 
Ø  बेडरूम के नीचे बेसमेंट नही होना चाहिए| । अगर बेसमेंट साउथ वेस्ट कोने मे हो तो बेसमेंट के साउथ वेस्ट के कोने को भारी रखे |बेडरूम के दरवाजे ओर छत छोटी नही होनी चाहिए|
 
Ø  बेडरूम को भूखंड मे सही दिशा व सही जगह पर बनवाए तथा  उसके अंदर की साज-सज्जा भी इस तरह से रखे की कोई भी नकारात्मक ऊर्जा न आ सके और  मन मे शांति बनी रहे| । पति-पत्नी में  आपसी व्यवहार मधुर बना रहे| । जब भी हम इसमे आए तो हमें  सुख ओर शांति मिले । आराम दायक नींद मिले और  प्रेम व उत्साह से आपका जीवन सुखमय और  मंगलमय  हो|   
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